भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) इंदौर में अब स्कूल भी लगेगा। 11 वर्ष पुराने आइआइटी
इंदौर में केंद्रीय स्कूल की शाखा खोली जाएगी। केंद्र सरकार ने इसकी घोषणा की है। केंद्रीय मानव
संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने मंगलवार को औपचारिक एलान भी कर दिया। आईआईटी
इंदौर प्रशासन ने पुष्टि करते हुए कहा है कि बीते दिनों केंद्र सरकार को संस्थान ने इस संबंध में प्रस्ताव
भेजा था।
इंदौर के मुख्य शहर से करीब 15 किलोमीटर दूर सिमरोल गांव में आईआईटी का नया कैम्पस बना
है। कैम्पस में विकास कार्य अब भी चल रहे है। स्कूल के लिए संस्थान में अलग से बिल्डिंग बनाई
जाएगी। संस्थान के शिक्षक और कर्मचारियों के बच्चों को इसमें प्रवेश दिया जाएगा। संस्थान का कहना
है कि फिलहाल औपचारिक अनुमोदन और मंजूरी आदेश का इंतज़ार है। संभव है कि अगले सत्र से नए
केंद्रीय स्कूल में प्रवेश शुरू कर दिया जाए। नया केंद्रीय विद्यालय खुलने के साथ इंदौर में कुल चार केंद्रीय
विद्यालय हो जाएंगे।
देश के सभी आइआइटी में केंद्रीय विद्यालय खोलने का प्रावधान होता है। आइआइटी मुंबई, कानपुर,
पटना, धनबाद में भी स्कूल है। हमने भी इसके लिए भवन पहले ही तैयार कर लिया था। 26 कमरों के
भवन में फिलहाल फिजिक्स और केमिस्ट्री की लैब संचालित हो रही है। आइआइटी इंदौर के कार्यवाहक
निर्देशक डॉ. निलेश कुमार जैन ने बताया कि फरवरी 2020 में स्कूल की मान्यता के लिए आवेदन किया
था। संस्थान के साथ बाहर के मेरिट विद्यार्थी भी स्कूल में प्रवेश ले सकेंगे। स्कूल का संचालन केंद्रीय
विद्यालय की मैनेजमेंट कमेटी करेगी।