यहाँ स्थित है दुनिया का सबसे ऊंचा श्रीकृष्ण मंदिर, जिसका इतिहास पांडवों से जुड़ा हुआ है

जब भी हम भगवान श्रीकृष्ण के मंदिरों का नाम लेते हैं, तो मथुरा और वृंदावन का ही ख्याल सबसे पहले आता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे ऊंचा कृष्ण मंदिर मथुरा या वृंदावन में नहीं बल्कि हिमाचल प्रदेश में स्थित है? आइए जानते हैं इस विशेष मंदिर के बारे में।

Highest Krishna Temple

जब भी हम भगवान श्रीकृष्ण के मंदिरों का नाम लेते हैं, तो मथुरा और वृंदावन का ही ख्याल सबसे पहले आता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे ऊंचा कृष्ण मंदिर मथुरा या वृंदावन में नहीं बल्कि हिमाचल प्रदेश में स्थित है? आइए जानते हैं इस विशेष मंदिर के बारे में।

विशेषताएँ:

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के निचार में युल्ला कांडा में भगवान श्रीकृष्ण का एक अद्वितीय मंदिर स्थित है। यह मंदिर दुनिया के सबसे ऊंचे कृष्ण मंदिर के रूप में जाना जाता है, जो लगभग 12,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। मंदिर की सुंदरता के साथ-साथ यहाँ से देखने वाले दृश्य भी अत्यंत आकर्षक हैं। जन्माष्टमी के त्योहार पर यहाँ भव्य उत्सव मनाया जाता है, जिसमें बड़ी संख्या में भक्त शामिल होते हैं। होली के मौके पर भी यहाँ काफी भीड़ देखने को मिलती है।

झील से जुड़ी मान्यता:

युल्ला कांडा कृष्ण मंदिर एक झील के बीच में स्थित है। स्थानीय लोगों का मानना है कि यह झील पांचों पांडवों द्वारा अपने वनवास के दौरान बनाई गई थी, जहां आज कृष्ण मंदिर स्थापित है। इस मान्यता के कारण स्थानीय लोग इस मंदिर के प्रति गहरी श्रद्धा रखते हैं।

मनोकामना पूरी होती है:

युल्ला कांडा ट्रैकिंग के लिए एक प्रसिद्ध ट्रैक है, जिसके माध्यम से आप पैदल भगवान कृष्ण के इस मंदिर तक पहुंच सकते हैं। यह स्थल धार्मिक आस्था के साथ-साथ पर्यटन के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। जन्माष्टमी के दिन यहाँ श्रद्धालु अपनी किन्नौरी टोपी को उल्टा करके झील में डालते हैं। यदि टोपी बिना डूबे एक छोर से दूसरे छोर तक पहुंच जाती है, तो इसे मान्यता दी जाती है कि उस व्यक्ति की मनोकामना पूरी होगी।