आतिशी ने अपने नाम से 'मार्लेना' सरनेम को हटाने का फैसला राजनीतिक और सामाजिक कारणों से किया था।

दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी ने हाल ही में अपने नाम से 'मार्लेना' सरनेम हटाने का फैसला किया है, जिसके पीछे एक खास कारण जुड़ा है। आतिशी का पूरा नाम पहले आतिशी मार्लेना हुआ करता था, लेकिन कुछ साल पहले उन्होंने 'मार्लेना' को अपने नाम से हटाने का निर्णय लिया। यह सरनेम उनकी पहचान का हिस्सा था, और इसके साथ एक दिलचस्प कहानी भी जुड़ी है।

स्टोरी हाइलाइट्स
  • कैसे जुड़ा 'मार्लेना' सरनेम

दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी ने हाल ही में अपने नाम से 'मार्लेना' सरनेम हटाने का फैसला किया है, जिसके पीछे एक खास कारण जुड़ा है। आतिशी का पूरा नाम पहले आतिशी मार्लेना हुआ करता था, लेकिन कुछ साल पहले उन्होंने 'मार्लेना' को अपने नाम से हटाने का निर्णय लिया। यह सरनेम उनकी पहचान का हिस्सा था, और इसके साथ एक दिलचस्प कहानी भी जुड़ी है।


कैसे जुड़ा 'मार्लेना' सरनेम: आतिशी का पूरा नाम 'आतिशी सिंह' था, लेकिन उन्होंने राजनीति में आने से पहले 'मार्लेना' को अपने नाम में शामिल किया। 'मार्लेना' दरअसल दो प्रसिद्ध विचारकों के नाम से मिलकर बना था—कार्ल मार्क्स और व्लादिमीर लेनिन। यह नाम उनके माता-पिता ने समाजवादी विचारधारा से प्रेरित होकर चुना था। उनकी परवरिश एक बौद्धिक और प्रगतिशील माहौल में हुई, जहां समाजवाद और वामपंथी विचारधाराओं का प्रभाव था।


क्यों हटाया 'मार्लेना' सरनेम: हालांकि, समय के साथ आतिशी ने 'मार्लेना' को अपने नाम से हटाने का फैसला किया। इसके पीछे मुख्य कारण था कि कई लोग इसे विदेशी या गैर-भारतीय समझने लगे थे, जिससे उनकी भारतीय पहचान पर सवाल उठने लगे। राजनीतिक माहौल को ध्यान में रखते हुए उन्होंने 'मार्लेना' को हटाकर सिर्फ 'आतिशी' नाम का उपयोग करना शुरू कर दिया, ताकि उनकी भारतीय पहचान स्पष्ट हो सके और किसी भी प्रकार की गलतफहमी से बचा जा सके।


आतिशी की राजनीतिक यात्रा: आतिशी आम आदमी पार्टी की प्रमुख नेताओं में से एक हैं, और उन्होंने दिल्ली सरकार में शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है। हाल ही में उन्हें दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया, जिससे उनकी भूमिका और जिम्मेदारी और भी महत्वपूर्ण हो गई है। उनके इस बदलाव और फैसले ने एक बार फिर उनकी पहचान और राजनीति में उनके दृष्टिकोण को उजागर किया है।