कार्गो जहाज में आग: गोवा के समंदर में कार्गो जहाज में लगी आग, ICG के तीन जहाज 20 घंटे से तैनात

कार्गो जहाज में आग: इंडियन कोस्ट गार्ड के तीन जहाज समंदर के बीच कार्गो जहाज में लगी आग को बुझाने में जुटे हुए हैं। यह आग एमवी मर्सक फ्रैंकफर्ट कार्गो जहाज में शुक्रवार शाम को लगी थी। वीडियो में आग की लपटें दूर-दूर तक देखी गईं। आग बुझाने का काम लगातार 20 घंटे से भी अधिक समय से जारी है।

स्टोरी हाइलाइट्स
  • चालक दल की सुरक्षा के लिए अभियान

कार्गो जहाज में आग: इंडियन कोस्ट गार्ड के तीन जहाज समंदर के बीच कार्गो जहाज में लगी आग को बुझाने में जुटे हुए हैं। यह आग एमवी मर्सक फ्रैंकफर्ट कार्गो जहाज में शुक्रवार शाम को लगी थी। वीडियो में आग की लपटें दूर-दूर तक देखी गईं। आग बुझाने का काम लगातार 20 घंटे से भी अधिक समय से जारी है।


इंडियन कोस्ट गार्ड के जहाज एमवी मर्सक फ्रैंकफर्ट में लगी भीषण आग को बुझाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। यह जहाज भारी मात्रा में खतरनाक कैमिकल ले जा रहा था। इस अभियान में आईसीजी के जहाज सुजीत, सचेत और सम्राट शामिल हैं। शुक्रवार को कर्नाटक के कारवार के पास जहाज में आग लग गई थी और तब से यह तीनों जहाज आग को बुझाने और उसे अधिक फैलने से रोकने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।


सुजीत, सचेत और सम्राट 20 घंटे से अधिक समय से तैनात हैं

भारतीय तटरक्षक बल ने ताजा अपडेट में बताया कि जहाज सुजीत, सचेत और सम्राट 20 घंटे से अधिक समय से आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि आग को फैलने से रोका जा सके। 20 जुलाई को सुबह 7 बजे तक गोवा से आईसीजी डोर्नियर विमान जहाज का हवाई आकलन कर रहा था, और कोच्चि से एक अतिरिक्त विमान भी खोज और बचाव के लिए तैनात किया गया। ईटीवी वाटर लिली 19 जुलाई को मुंबई से रवाना हुई थी और 21 जुलाई तक घटनास्थल पर पहुंच गई थी।


चालक दल की सुरक्षा के लिए अभियान

शुक्रवार की देर रात, मुंबई में भारतीय तटरक्षक नियंत्रण कक्ष को एमवी मर्सक फ्रैंकफर्ट से जहाज पर लगी भीषण आग के बारे में सूचना मिली थी। इसके बाद आईसीजी डोर्नियर और जहाज सचेत, सुजीत और सम्राट को तुरंत कार्रवाई के लिए भेजा गया। खोज और बचाव प्रयासों को बढ़ाने के लिए एक अतिरिक्त विमान भी जुटाया गया। तटरक्षक बल ने कहा कि आपदा को रोकने और जहाज व चालक दल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अग्निशमन कार्य किया जा रहा है।


जहाज को अपना रास्ता बदलने की सलाह दी गई है और यह वर्तमान में 6 समुद्री मील की गति से 180 के रास्ते पर चल रहा है। हालांकि, दक्षिण-पश्चिमी हवाएं और तेज लहरें आग बुझाने के काम में चुनौती पेश कर रही हैं।