पूजा खेडकर पर FIR दर्ज, विवादित अधिकारी के खिलाफ UPSC ने लिया एक्शन; हो सकता है निलंबन

यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) ने विवादित प्रोबेशनरी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। खेडकर पर फर्जी पहचान बताकर सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होने के आरोप में एफआईआर दर्ज करवाई गई है। साथ ही, यूपीएससी ने उनकी उम्मीदवारी रद्द करने और भविष्य की परीक्षाओं/चयनों से वंचित करने के लिए कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है।

स्टोरी हाइलाइट्स
  • पूजा खेडकर पर लगे कई आरोप

यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) ने विवादित प्रोबेशनरी आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। खेडकर पर फर्जी पहचान बताकर सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होने के आरोप में एफआईआर दर्ज करवाई गई है। साथ ही, यूपीएससी ने उनकी उम्मीदवारी रद्द करने और भविष्य की परीक्षाओं/चयनों से वंचित करने के लिए कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है।


पूजा खेडकर पर लगे कई आरोप

2023 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी पूजा खेडकर पर हाल ही में पुणे में ट्रेनिंग के दौरान पावर और विशेषाधिकारों का दुरुपयोग करने का आरोप भी लगा था।


यूपीएससी ने की विस्तृत और गहन जांच

आयोग ने एक आधिकारिक बयान में कहा, "यूपीएससी ने सिविल सेवा परीक्षा 2022 की अस्थायी रूप से अनुशंसित उम्मीदवार पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर के दुर्व्यवहार की विस्तृत और गहन जांच की है।"


पहचान छुपाने का आरोप

जांच से पता चला है कि खेडकर ने अपना नाम, अपने माता-पिता का नाम, अपनी तस्वीर/हस्ताक्षर, ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर और पता बदलकर परीक्षा में अपनी पहचान छुपाई और परीक्षा नियमों के तहत स्वीकार्य सीमा से अधिक प्रयास किए।


संवैधानिक दायित्वों का पालन

आयोग ने स्पष्ट किया है कि यूपीएससी अपने संवैधानिक दायित्वों को पूरा करने में अपने संवैधानिक मूल्यों का कड़ाई से पालन करता है। सभी परीक्षाओं और प्रक्रियाओं को बिना किसी समझौते के उच्चतम स्तर के साथ संचालित करता है।